दलीप कुमार और अजित - नया दौर (1957) |
जब पेट की रोटी और जेब का पैसा छिन जाता है ना
तो कोई समझ वमझ नहीं रह जाती आदमी के पास
और जब आमिर का दिल ख़राब होता है ना
तो गरीब का दिमाग ख़राब होता है
जिसके दिल में दगा आ जाती है न कृष्णा
...उसकी आँखों में दया कभी नहीं आती .....
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फिल्म - नया दौर
रिलीज़ - 15 अगस्त ,1957
स्टार - दलीप कुमार ,वैजन्तीमाला ,अजित, जीवन, चाँद उस्मानी ,जानी वॉकर
निर्माता निर्देशक - बी आर चोपड़ा
संगीत- ओ पी नैय्यर
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तो कोई समझ वमझ नहीं रह जाती आदमी के पास
और जब आमिर का दिल ख़राब होता है ना
तो गरीब का दिमाग ख़राब होता है
जिसके दिल में दगा आ जाती है न कृष्णा
...उसकी आँखों में दया कभी नहीं आती .....
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फिल्म - नया दौर
रिलीज़ - 15 अगस्त ,1957
स्टार - दलीप कुमार ,वैजन्तीमाला ,अजित, जीवन, चाँद उस्मानी ,जानी वॉकर
निर्माता निर्देशक - बी आर चोपड़ा
संगीत- ओ पी नैय्यर
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