पृथ्वी राज कपूर ,सिकंदर (1941 ) |
सिकंदर - आपके पास देखने वाली आँख है हम उसकी तारीफ करते है
पुरु - हमारे पास काटने वाली तलवार भी है
सिकंदर- लेकिन इस समय आपको हमारी हिम्मत की तारीफ करनी चाहिए जो हमें आपके दरबार में निहत्था ले आई है आप हमे मार नहीं सकते क्योंकि दुनिया कहेगी पुरु के पास अक्लमंद आदमी कीआँख थी पर दिलेर आदमी का दिल न था
पुरु- क्या दुनिया में कोई ऐसा मुल्ख है जो छोटे छोटे कमजोर देशो पर सिकंदर के हमलो को जायज करार दे ? क्या दुनिया में कोई ऐसा मुल्ख है जो यह कहे की सिकंदर के एक लाख बीस हज़ार सिपाहियों का पुरु के सिर्फ तीस हज़ार सिपाहियों पर हमला करना बहादुरी या दिलेरी है ?.....क्या सिकंदर अपने नब्बे हज़ार सिपाहियों से कह देगा की तुम एक तरफ हो जायो तीस हज़ार सिपाहियों से सिर्फ तीस हज़ार सिपाही ही लड़ेंगे ?...अगर नहीं तो फिर शिकायत क्यों ? आपका दांव चल गया तो आपने दुश्मन को मार दिया..... दुश्मन का दांव चल गया उसने आपको मार दिया ...
सिकंदर- तो फिर हुक्म दीजिये आपके दरबार में हर किसी के पास तलवार है ?
पुरु_- हम आपकी की बात अभी पूरी कर देते और आपकी बोटी बोटी काट कर चील कोंवो को खिला देते .....मगर अफ़सोस आप राजदूत के भेस में है भारत की राजनीति कहती है जो राजदूत का भेष बना कर आये तो उस के साथ राजदूत का ही सलूक होना चाहिए ......जाइये राजन आप स्वाधीन है अब आपकी और हमारी मुलाकात युद्ध भूमि में होगी और पुरु आशा करता है की आप उस समय राजदूत भी नहीं होंगे और अकेले भी नहीं होंगे .......
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फिल्म .................. सिकंदर (1941 )
निर्माता ,निर्देशक .... सोहराब मोदी
सितारे ............... .सोहराब मोदी ,पृथ्वीराज कपूर ,ज़हूर राजा ,मीना शौरी ,के.एन सिंह ...
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पवन मेहरा
(सुहानी यादे ...बीते सुनहरे दौर की ...)
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