This blog is dedicated to the golden period that has gone through Hindi cinema, which will probably never be Reversed....
Tuesday, October 23, 2018
इजाज़त - (1988 )
जीते रहो बेटे, आ गये तुम...!
जी...
जाओ स्नान कर लो, जाओ ।
मैं घर जाकर नहा लूंगा दादू ।
अरे नहाती तो गाय भैंसे हैं बेटे...
स्नान तो मर्द लोग करते हैं...
...............................................
फिल्म - इजाज़त - (1988)
No comments:
Post a Comment