Thursday, November 30, 2017

शोले - (1975) ....' फिल्म ऑफ द मिलेनियम '

शोले - (1975

एक किवंदती बन चुकी फिल्म शोले 15 अगस्त 1975 को 42 साल पहले रिलीज़ हुई थी फिल्म सीता और गीता (1972) की शानदार सफलता की पार्टी जीपी सिप्पी के घर की छत पर दी गई थी उसमें पिता जीपी और बेटे रमेश सिप्पी ने तय किया था कि इससे भी चार कदम आगे चलकर एक बड़े बजट की भव्य एक्शन फिल्म बनाई जाए यहीं एक चार लाइन के आईडिया से शोले का बीज जमीन में पड़ा शोले पहली ऐसी फिल्म थी जिसके संवादों के ऑडियो कैसेट भी धड़ल्ले से बिके पहले इस फिल्म को दर्शको का बड़ा ठंडा रिपॉन्स रहा मिला रमेश सिप्पी को लगा फिल्म फ्लॉप होगी कुछ क्लाइमेक्स में चेंज किया गया पहले ठाकुर के हाथो गब्बर की मौत दिखाई गई थी लेकिन ये आपातकाल का दौर था इसलिए कानून और व्यवस्था पर भरोसा दिखाने के लिए गब्बर को पुलिस के हवाले करना दिखाया गया उसके बाद तो जो हुआ वो एक इतिहास बना सूरमा भोपाली से पहले कव्वाली कराने का इरादा था इस फिल्म में कव्वालीनुमा भांड सांग रिकॉर्ड तो किया गया, मगर फिल्माया नहीं जा सका, क्योंकि शोले की लम्बाई तीन घंटों से ज्यादा होती जा रही थी ठाकुर बलदेव सिंह का नाम, असल में सलीम खान के ससुर का नाम है

गब्बर का रोल पहले डैनी करने वाले थे, लेकिन वह फिरोज खान की फिल्म धर्मात्मा (1975) के लिए डेट दे चुके थे। इस फिल्म की शूटिंग अफगानिस्तान में होनी थी। फिरोज और रमेश सिप्पी दोनों अपने शेड्युल बदलना नहीं चाहते थे। लिहाजा डैनी के हाथ से शोले फिसल गई शोले फिल्म ने पांच साल लगातार बंबई के सिनेमाघर मिनर्वा में चल कर एक कीर्त्तिमान कायम किया था। इसके पहले बॉम्बे टॉकीज की फिल्म 'किस्मत' (1943) कलकत्ता में लगातार साढ़े तीन साल तक चली थी। शोले का रिकॉर्ड दिलवाले दुल्हनियां दुल्हनियां ले जायेगे  (1995).....ने तोड़ा। 15 अगस्त 1975 को रिलीज हुई शोले ने भारत में 60 जगह गोल्डन जुबली (50 सप्ताह) और 100 से ज्यादा सिनेमाघरों में सिल्वर जुबली (25 सप्ताह) मनाई थी। 48) तीन से चार करोड़ रुपये में बनी शोले का मुंबई स्थित मिनर्वा सिनेमा में प्रीमियर हुआ था।फिल्म समीक्षकों ने इसकी काफी आलोचना की थी, लेकिन जब यह फिल्म ब्लॉकबस्टर हो गई तो अचानक ज्यादातरों के सुर बदल गए। इसे क्लासिक और कल्ट मूवी कहा जाने लगा........1999 में बीबीसी ने शोले को 'फिल्म ऑफ द मिलेनियम' कहा। ये खिताब ब्रिटिश फिल्म इंस्टीट्यूट के एक पोल के आधार पर दिया गया। शोले 3-डी में भी बन चुकी है। शोले का बजट था तीन करोड़ और 3-डी वर्जन का 25 करोड़ था। शोले 3-डी तीन जनवरी 2014 को रिलीज हुई।

रिलीज़            15 अगस्त 1975
निर्देशक          रमेश सिप्पी
निर्माता           गोपाल दास सिप्पी
लेखक            जावेद अख़्तर, सलीम ख़ान
छायाकार        द्वारका दिवेचा
संगीतकार      राहुल देव बर्मन
लागत             3 करोड़ रुपये
कुल कारोबार  15 करोड़ रुपये
सितारे             संजीव कुमार,धर्मेन्द्र,अमिताभ बच्चन,अमज़द ख़ान,हेमामालिनी,जया बच्चन,
                       ए के हंगल,जगदीप,असरानी,सचिन,

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