Thursday, November 30, 2017

ऐसी फिल्म जिसकी बॉक्स ऑफिस कमाई ने अच्छे अच्छे फ़िल्मी समीक्षकों को हैरत में डाल दिया ..” जय संतोषी मां ” (1975)....

 जय संतोषी मां  (1975) 
किसी सिनेमा घर के बाहर बाहर करीने से सजी चप्पलों की कतारें अन्दर प्रसाद, धूप और फूल मालाएं,  नंगे पांव झांझ मंजीरे बजाते हुए फिल्म देखने के लिए आता जन समूह ....जी नहीं जनाब ये किसी मंदिर का दृश्य नहीं था ये तो उन सिनेमाघरों का नज़ारा था जहाँ ” जय संतोषी मां ” फिल्म सन 1975 में प्रदर्शित हुई फिल्म समीक्षकों के सभी अनुमानों को धत्ता बत्ताते हुए फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर सफलता का एक नया अफसाना रच दिया सन 1975 में ” शोले ” और ” दीवार ” जैसी ब्लॉकबस्टर फिल्मों के सामने एक बेहद कम बजट की इस फिल्म ने चमत्कारी सफलता प्राप्त कर सभी को चौंका दिया फिल्म की कहानी उत्तर भारत में प्रचलित एक व्रत की कथा पर आधारित थी फिल्म का निर्माण किया 'सतराम रोहड़ा 'ने और निर्देशन की कमान संभाली विजय शर्मा ने फिल्म में मुख्य भूमिकाएं निभाई भारत भूषण, कानन कौशल, आशीष कुमार, अनीता गुहा, त्रिलोक कपूर, रजनी बाला, बी.एम. व्यास, दिलीप दत्त, लीला मिश्र, राजन हक्सर, प्द्मारानी, महिपाल, बेला बोस, मनहर देसाई और रामायण तिवारी ने फिल्म का संगीत दिया थे सी. अर्जुन ने और गीत लिखे थे कवि प्रदीप ने. मन्ना डे, उषा मंगेशकर, महेंद्र कपूर और स्वयं कवि प्रदीप की आवाजों में सजे फिल्म के सभी गीत बेहद लोकप्रिय हुए और आज भी संतोषी माता के मंदिरों में गाये जाते है. ......” करती हूँ तुम्हारा व्रत में “, ” मैं तो आरती उतारूं रे “, ” यहाँ वहां मत पूछों कहाँ कहाँ ” और ” मदद करो संतोषी माता ” जैसे गीत आज भी संगीत प्रेमियों के दिलों को भक्ति भाव से भर देते हैं. फिल्म के प्रदर्शन से तब तक बेहद कम चर्चित देवी संतोषी माता घर-घर में पूजी जाने लगी. जब अभिनेत्री अनीता गृहा को फिल्म 'संतोषी मां' में कैमियो करने का मौका मिला अनीता उस समय नहीं जानती थीं कि कोई 'संतोषी मां' नाम की देवी भी होती हैं। अनीता बंगाली होने की वजह से काली मां को पूजती थीं। अनीता ने फिल्म की शूटिंग 12 दिन में पूरी कर ली।फिल्म की शूटिंग के दौरान अनीता व्रत रखती थीं। लो बजट फिल्म होते हुए भी ये एक ब्लॉकबस्टर बन गई। फिल्म के साथ अनीता की पॉपुलैरिटी भी तेजी से बढ़ने लगी। जो दर्शक इस फिल्म को देखने जाते थे तो वो थिएटर के बाहर चप्पल उतार कर अंदर जाते थे थिएटर में प्रसाद भी बंटता था। अनीता ने एक इंटरव्यू में कहा था कि...." इस फिल्म के बाद लोग मेरे पास आकर कहते थे कि वो उनके सिर पर हाथ रख आशीर्वाद दें। " लोग उन्हें देवी की तरह पूजने लगे थे। फिल्म में, संतोषी मां को गणेश की बेटी के रूप में चित्रित किया गया है।

बॉलीवुड की अपने समय की हिट फिल्म 'जय संतोषी मां' एक ऐसी फिल्म है जिसकी कमाई के रिकॉर्ड की तुलना अगर साल 2017 की फिल्म 'बाहुबली 2' से की जाए तो फिल्म 'जय संतोषी मां' की कमाई इससे कई गुना ज्यादा रही थी  'जय संतोषी मां' बॉलीवुड की ऐसी फिल्म है जिसका रिकॉर्ड आज तक कोई फिल्म नहीं तोड़ पाई है. दरअसल, 'जय संतोषी मां' एक ऐसी फिल्म है जिसने अपने बजट से 100 गुना ज्यादा की कमाई की थी.अब अगर इसके साथ फिल्म 'बाहुबली' की बात की जाए तो उसने भले ही इस इंडस्ट्री में कई बड़े रिकॉर्ड बनाएं हों लेकिन 1975 में रिलीज हुई फिल्म 'जय संतोषी मां' के रिकॉर्ड को नहीं तोड़ पाई. भले ही फिल्म ने 1500 करोड़ का कारोबार किया हो, लेकिन 1975 के समय में जिस तरह फिल्म 'जय संतोषी मां' ने अपने बजट से 100 गुना ज्यादा की कमाई की उतनी कमाई फिल्म 'बाहुबली' नहीं कर पाई, फिर चाहे आज के समय के हिसाब से फिल्म की कमाई सबसे ज्यादा क्यों ना हो....

दरअसल, इस फिल्म का बजट 5 लाख था और फिल्म ने 5 करोड़ की कमाई की थी.उस वक्त इस फिल्म के साथ दो अन्य बड़ी फिल्में 'शोले' और 'दीवार' भी रिलीज हुई थीं. इसके बाद भी इस फिल्म पर उन दोनों फिल्मों का कोई असर नहीं हुआ और फिल्म ने अच्छा प्रदर्शन किया...... इस फिल्म को बच्चे, बूढ़े और जवान सब लोगों ने पसंद किया था सब इस फिल्म को देखने सिनेमा घर पहुँच गए फिल्म ‘जय संतोषी मां’ हिट हुई है तब से फिल्मी दुनिया में संतोषी मां के भक्तों की संख्या दिन दूनी रात चौगुनी हो रही है। इतना ही नहीं, जिस तरह पहले पत्र लिखने पर और कोई शुभ काम करने के पहले वही खाते पर ऊं शुभ लक्ष्मी लिखा जाता रहा है उसी तरह अब फिल्मी विज्ञापनों के ऊपर भी ‘जय संतोषी मां’ लिखा जाने लगा है। कुछ निर्माताओं ने तो अपने कार्यलयों के दरवाजों के ऊपर भी ‘जय संतोषी मां’ लिख दिया है एक खास बात ये है कि इसी फिल्म के बाद से लोग 'संतोषी मां' को की पूजा करने लगे थे। आज भी इस फिल्म की गणना करने में अच्छे अच्छे फ़िल्मी पंडित भी चकरा जाते है की मात्र 5 लाख में बनी इस फिल्म में ऐसा क्या था की उसने 5 करोड़ की कमाई की ? ऐसा चमत्कार फिर दुबारा नहीं हुआ शायद इसे संतोषी मां का ही चमत्कार कहा जायेगा ..? .



रिलीज़             30 मई 1975
निर्देशक           विजय शर्मा
निर्माता            सतराम रोहरा
छायाकार         सुधेन्द्रू राव
संगीतकार        सी.अर्जुन
लागत               5 लाख रुपये लगभग
कुल कारोबार   5 करोड़ रुपये
सितारे              अनीता गृहा ,महिपाल ,भारत भूषण ,कानन कौशल  ,आशीष कुमार ,राजन हक्सर ,बेला बोस ,पद्मारानी ,मनोहर देसाई
                       

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